विश्वव्यापी मंदी के बावजूद पर्यटन क्षेत्र में विकास की दर 14 प्रतिशत सालाना से अधिक दर्ज की गई है। पर्यटन मंत्री अंबिका सोनी के हाल के एक वक्तव्य के अनुसार, प्रति वर्ष इस क्षेत्र में दो लाख से अधिक ट्रेंड कर्मियों के लिए रोजगार सृजित होते हैं, पर इस मांग की तुलना में आपूर्ति कहीं कम है।
यही कारण है कि भारी संख्या में लोगों को ट्रेंड करने के लिए प्रत्येक राज्य में कम से कम एक होटल मैनेजमेंट एवं फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट खोलने की भावी योजना केंद्रीय सरकार के स्तर पर बनाई जा रही है। इतना ही नहीं, तीन सप्ताह की ट्रेनिंग देकर स्कूल कॉलेज के युवाओं को भी इस क्षेत्र से जोडने की योजना है।
देश में ऐतिहासिक इमारतों, किलों, धरोहरों, प्राकृतिक सौंदर्य से पूर्ण स्थलों, खूबसूरत समुद्री तटों, रमणीक हिमाच्छादित पर्वत श्रृंखलाओं की कमी नहीं है। इनके प्रति टूरिस्ट में आकर्षण पैदा करना तथा विलेज टूरिज्म, इकोटूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म, क्रूज टूरिज्म, मेडिकल टूरिज्म के साथ इन्हें जोडने की दिशा में तमाम नीतियां बनाई जा रही हैं।
ऐसे में नि:संदेह पर्यटन क्षेत्र में रोजगार के असीम अवसर भविष्य में उभरकर सामने आएंगे, जिनका लाभ युवा उठा सके हैं। इस क्रम में यह बताना भी जरूरी है कि विदेशी और क्षेत्रीय भाषाओं के जानकारों के लिए इस क्षेत्र में रोजगार पाना कहीं अधिक आसान होगा।
देश में ऐतिहासिक इमारतों, किलों, धरोहरों, प्राकृतिक सौंदर्य से पूर्ण स्थलों, खूबसूरत समुद्री तटों, रमणीक हिमाच्छादित पर्वत श्रृंखलाओं की कमी नहीं है। इनके प्रति टूरिस्ट में आकर्षण पैदा करना तथा विलेज टूरिज्म, इकोटूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म, क्रूज टूरिज्म, मेडिकल टूरिज्म के साथ इन्हें जोडने की दिशा में तमाम नीतियां बनाई जा रही हैं।
ऐसे में नि:संदेह पर्यटन क्षेत्र में रोजगार के असीम अवसर भविष्य में उभरकर सामने आएंगे, जिनका लाभ युवा उठा सके हैं। इस क्रम में यह बताना भी जरूरी है कि विदेशी और क्षेत्रीय भाषाओं के जानकारों के लिए इस क्षेत्र में रोजगार पाना कहीं अधिक आसान होगा।
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