सफल अध्ययन समूह के बनाने के लिए उसके लक्ष्णों को जानना भी जरूरी हैं। इसके लिए यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि प्रत्येक सदस्य समूह चर्चा में भाग लेता हो। एक समय में एक ही समूह सदस्य को बोलना चाहिए। समूह के अन्य सदस्यों को उसकी बातों को बिना व्यवधान डाले सुनते हों।
यदि किसी सदस्य को कोई सवाल समझ में नहीं आ रहा है या वह कोई काम देता है, तो सभी सदस्य मिलकर उस सवाल का हल खोजने की कोशिश करें। सभी सदस्य अपने काम को करने के लिए तत्पर हों और कोई भी काम तेजी से करते हों।
समूह के सभी सदस्यों का दर्जा समान हो और वे एक-दूसरे का सम्मान करते हों। गु्रप के सभी सदस्यों को एक-दूसरे की आलोचना करने का अधिकार हो, लेकिन याद रखें, यह आलोचना व्यक्तिगत नहीं, बल्कि रचनात्मक होनी चाहिए। समूह के सदस्य एक-दूसरे से सवाल पूछने में सहज महसूस करें।
सकारात्मक नजरिए के साथ-साथ यह सोच हो- हम मिलकर यह काम कर सकते हैं।
अध्ययन समूह की सफलता के लिए इन बातों से बचना भी जरूरी होता है।
ध्यान रखें कि अध्ययन समूह अपने कार्यसूची और लक्ष्य से न भटके।
अध्ययन समूह समाजिक समूह में न बदल जाए।
बिना तैयारी के पढ़ाई के सत्र में कोई भी सदस्य भाग न ले।
सभी सदस्य ईमानदारी के साथ गु्रप को अपना योगदान दे।
समूह में नकारात्मक विचारों को जगह न दें।
समूह के सभी सदस्यों का दर्जा समान हो और वे एक-दूसरे का सम्मान करते हों। गु्रप के सभी सदस्यों को एक-दूसरे की आलोचना करने का अधिकार हो, लेकिन याद रखें, यह आलोचना व्यक्तिगत नहीं, बल्कि रचनात्मक होनी चाहिए। समूह के सदस्य एक-दूसरे से सवाल पूछने में सहज महसूस करें।
सकारात्मक नजरिए के साथ-साथ यह सोच हो- हम मिलकर यह काम कर सकते हैं।
अध्ययन समूह की सफलता के लिए इन बातों से बचना भी जरूरी होता है।
ध्यान रखें कि अध्ययन समूह अपने कार्यसूची और लक्ष्य से न भटके।
अध्ययन समूह समाजिक समूह में न बदल जाए।
बिना तैयारी के पढ़ाई के सत्र में कोई भी सदस्य भाग न ले।
सभी सदस्य ईमानदारी के साथ गु्रप को अपना योगदान दे।
समूह में नकारात्मक विचारों को जगह न दें।
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