आईसेक्ट-पत्रिका उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री
श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि शिक्षा उद्देश्यपूर्ण होना चाहिये।
शिक्षा ऐसी हो जिससे बच्चों को ज्ञान, कौशल और नागरिकता के संस्कार मिलें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ पत्रिका समूह तथा आईसेक्ट के संयुक्त
तत्वावधान में आयोजित पत्रिका उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान समारोह 2012 को
संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में उन्होंने राज्य स्तर पर चयनित उत्कृष्ट
शिक्षकों का सम्मान किया।
श्री
चौहान ने कहा कि गुरू की महिमा अनन्त है। गुरू नौकरी नहीं मनुष्यों का
निर्माण करते हैं। शिक्षक चाहे तो किसी के भी जीवन को बना सकते हैं। शिक्षा
के माध्यम से सामाजिक बुराइयों को दूर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि
जीवन में उच्च आदर्श होना चाहिये पर व्यक्ति आदर्श जीवन के बारे में भोजन,
वस्त्र, आवास जैसी मूलभूत जरूरतों से निश्चित होकर ही सोच सकता है। बेहतर
जीवन स्तर देना प्रत्येक सरकार का धर्म है। मध्यप्रदेश में विकास का प्रकाश
आम आदमी तक पहुँचे, ऐसे प्रयास किये जा रहे हैं। शिक्षा के मार्ग में पैसा
बाधक नहीं बने इसके लिये राज्य सरकार ने प्रतिभाशाली बच्चों के लिये उच्च
शिक्षा गारंटी योजना बनायी है। इसमें उन्हें साढ़े चार लाख रूपये तक का ऋण
उपलब्ध करवाया जाता है। श्री चौहान का कहना था कि बच्चे बिना लक्ष्य के
उच्च शिक्षा प्राप्त करने की बजाय किसी कौशल में पारंगत हों। अपने ज्ञान के
आधार पर देश-प्रदेश अथवा विदेश जाकर रोजगार प्राप्त करें। प्रदेश में
युवाओं के कौशल विकास के लिये नये आई.टी.आई. तथा कौशल विकास केन्द्र खोले
जा रहे हैं। पहले से स्थापित आई.टी.आई. में वर्तमान जरूरत के अनुसार सुधार
कार्य तथा नये ट्रेड खोले जा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान उत्कृष्ट
शिक्षक सम्मान समारोह को गुरूजन के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का श्रेष्ठ
तरीका बताते हुए बचपन में प्राइमरी शिक्षा देने वाले अपने शिक्षक श्री
रतनचन्द्र जैन का नाम बड़े श्रद्धाभाव से लिया।
पत्रिका
पत्र समूह के चेयरमेन श्री गुलाब कोठारी ने कार्यक्रम में कहा कि गुरू
आत्मा के साथ जुड़कर काम करता है। हमारी संस्कृति में आचार्य देवो भवः कहकर
शिक्षक का महत्व प्रतिपादित किया गया है। शिक्षा के माध्यम से अच्छे
व्यक्तित्व का निर्माण किया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि संकल्प लें कि
बीज बनकर समाज के लिये फलरूपी योगदान देंगे।
कार्यक्रम
में उच्च शिक्षा एवं जनसंपर्क मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा भी उपस्थित
थे। आरंभ में आईसेक्ट यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति श्री संतोष चौबे ने स्वागत
भाषण दिया। प्रोफेसर आशा शुक्ला ने उत्कृष्ट शिक्षक चयन प्रक्रिया की
जानकारी दी। कार्यक्रम में भोपाल क्षेत्र के 35 उत्कृष्ट शिक्षक
प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किये गये। कार्यक्रम में डॉ. चित्रा शर्मा को
लाइफ टाईम अचीव्हमेंट अवार्ड, श्रीमती शोभा जोशी को आईसेक्ट अवार्ड, श्री
पंकज कुमार दास को स्पोर्टस अवार्ड और सुश्री सादमा शमशाद को युवा उत्कृष्ट
शिक्षक का अवार्ड दिया गया। साथ ही आईसेक्ट नॉलेज ओलम्पियाड के विजेताओं
मीनल शर्मा, अंशी जैन, आशुतोष अग्रवाल और फरहीन अंजुम का भी सम्मान किया
गया। अंत में आभार प्रदर्शन श्री हरीश मलिक ने किया।
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