शैक्षिक विकास के लिए बने सॉफ्टवेयर फन-एन-लर्न का विमोचन
Bhopal:Wednesday, August 10, 2011
प्रगति और विकास की दिशा में हो रहे कम्प्यूटर आधारित अनुसंधानों तथा तकनीकों से जहाँ ज्ञान और सम्पन्नता के नये द्वार खुले हैं वहीं इन्टरनेट मानवता और संस्कृति तथा समाज के नैतिक पतन का कारण भी बन रहा है। जिस भारतीय संस्कृति को सिकन्दर और बाबर जैसे विदेशी आक्रांता प्रभावित नहीं कर सके, उस पर इन्टरनेट की वजह से दुष्प्रभावित होने का खतरा आज हमारे सामने है।
भावी पीढ़ी को इन्टरनेट की बुराइयों से बचाने और उनके चरित्र निर्माण तथा शैक्षणिक विकास को सही दिशा देने के मक़सद से बनाया गया फन-एन-लर्न सॉफ्टवेयर सभी के लिए उपयोगी सिद्ध होगा। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने आज यहाँ रवीन्द्र भवन में CTSPI द्वारा विकसित इस बहुउपयोगी सॉफ्टवेयर के विमोचन अवसर पर यह उद्गार व्यक्त किये। कार्यक्रम की अध्यक्षता म.प्र. स्टेट इलेक्ट्राँनिक्स विकास निगम के अध्यक्ष श्री प्रेमशंकर शर्मा ने की।प्रगति और विकास की दिशा में हो रहे कम्प्यूटर आधारित अनुसंधानों तथा तकनीकों से जहाँ ज्ञान और सम्पन्नता के नये द्वार खुले हैं वहीं इन्टरनेट मानवता और संस्कृति तथा समाज के नैतिक पतन का कारण भी बन रहा है। जिस भारतीय संस्कृति को सिकन्दर और बाबर जैसे विदेशी आक्रांता प्रभावित नहीं कर सके, उस पर इन्टरनेट की वजह से दुष्प्रभावित होने का खतरा आज हमारे सामने है।
विमोचन समारोह में सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी श्री अनुराग श्रीवास्तव ने अपने सम्बोधन में कहा कि इन्टरनेट ज्ञान का अपार भंडार है लेकिन उस पर बढ़ती निर्भरता दुनियां की आर्थिक स्थिति के लिए खतरा भी बन सकती है। उन्होंने कहा कि इन्टरनेट से संस्कारों की परम्परा छिन्न-भिन्न होती जा रही है वहीं यह बौद्धिक सम्पदा की चोरी और उसे विकृत करने का कारण भी बन गया है। उन्होंने बच्चों और युवा पीढ़ी में इन्टरनेट के नकारात्मक असर को रोकने के उद्देश्य से विकसित इस सॉफ्टवेयर की सराहना की।
कार्यक्रम में सॉफ्टवेयर निर्माता शाहजी जॉन ने सॉफ्टवेयर की विशेषताएँ बताई। उन्होंने जानकारी दी कि बच्चों और युवाओं में इन्टरनेट के उपयोग से होने वाले विपरीत मनोवैज्ञानिक परिवर्तनों और चारित्रिक दुष्प्रभावों की रोकथाम की दिशा में यह सकारात्मक पहल है। विगत आठ वर्षों के अथक प्रयासों और अनुसंधान से तैयार यह सॉफ्टवेयर इन्टरनेट पर बच्चों द्वारा की जाने वाली गतिविधियों की जानकारी ई-मेल और एसएमएस द्वारा अभिभावकों को पहुँचाता है। यह सॉफ्टवेयर चरित्र पतन की वजह बनने वाली इन्टरनेट वेबसाइट पर निगरानी रखकर उन्हें बच्चों तक पहुँचने में रोकने की दिशा में कारगर अस्त्र है।
इस अवसर पर मनोचिकित्सक डाँ. विनय मिश्रा और डाँ. सुमित राय तथा शिक्षाविद् कर्नल अशोक जयरथ ने इन्टरनेट की वजह से समाज में आ रहे चारित्रिक पतन और बच्चों तथा युवाओं पर होने वाले मनोवैज्ञानिक परिवर्तनों के खतरों से आगाह किया। समारोह में सॉफ्टवेयर का प्रदर्शन किया गया । अतिथियों को सॉफ्टवेयर की सीडी और प्रतीक-चिन्ह भी भेंट किये गये। कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्य, शिक्षक और नागरिक उपस्थित थे।
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