तंवर पण्डोवंशी समाज को पिछड़ा वर्ग में जोड़ने का प्रस्ताव अमान्य
मध्यप्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग की बैठक आज राजीव गांधी भवन परिसर स्थित आयोग के कार्यालय में सम्पन्न हुई। बैठक में आयोग के अध्यक्ष श्री बाबूलाल कुशवाहा, भानपुर, सदस्यद्वय श्री सूरज सिंह मारण एवं श्री लक्ष्मी यादव, आयुक्त पिछड़ा वर्ग कल्याण श्री रघुवीर श्रीवास्तव तथा आयोग के सचिव श्री ओमेश मूंदड़ा उपस्थित थे।
बैठक में पिछड़े वर्ग के छात्रों को पोस्टमैट्रिक छात्रवृत्ति की आय सीमा 75 हजार से बढ़ाकर तीन लाख रुपये किये जाने की अनुशंसा कर शासन को भेजने का निर्णय लिया गया।बैठक में राजगढ़, शाजापुर, गुना आदि जिलों में रहने वाली ऐसी सौंधिया जाति जिनका परम्परागत व्यवसाय कृषि कार्य एवं पशुपालन है, उनको पिछड़ा वर्ग की सूची में पृथक क्रमांक दिये जाने की अनुशंसा आयोग द्वारा की गई। इसी के साथ पिछड़ा वर्ग की सूची में दर्ज दांगी जाति के साथ डांगी शब्द लिखे जाने की अनुशंसा आयोग द्वारा शासन को की गई है। लोढ़ा (तंवर) को यथावत सूची में रखे जाने की सर्व-सम्मति से अनुशंसा की गई।
बैठक में सिक्ख समुदाय की विभिन्न जातियों को पिछड़ा वर्ग में शामिल करने और तंवर पण्डोवंशी समाज को पिछड़ा वर्ग की सूची में जोड़ने के प्रस्ताव को अमान्य करने का निर्णय लिया गया।
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