अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह सम्पन्न
राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री रामेश्वर ठाकुर ने आज रीवा में अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शिक्षकों से कहा कि विद्यार्थियों के सम्पूर्ण विकास पर ध्यान केन्द्रित करें। उन्होंने कहा कि जब प्रत्येक विद्यार्थी की तरक्की सुनिश्चित होगी, तब ही देश और समाज की तरक्की होगी। राज्यपाल ने इस अवसर पर विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान करते हुए उन्हें उज्जवल भविष्य के लिये शुभकामनाएं भी दीं।
कुलाधिपति श्री ठाकुर ने शिक्षकों को गुरुकुल परम्परा की याद दिलाते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में गुरुकुल परम्परा की अच्छाईयों को समावेशित करें। साथ ही, शिक्षक स्वयं को गुरुकुल के महर्षि प्रमाणित करने का भी प्रयास करें। श्री ठाकुर ने गुरुकुल परम्परा के अनुरूप विश्वविद्यालयों की गरिमा और विश्वसनीयता को चिरस्थाई बनाने की दिशा में कार्य करने पर बल दिया।उन्होंने विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय का कीर्तिवाहक और देश का कर्णधार निरूपित करते हुए परामर्श दिया कि अनुशासन में रहकर शिक्षा के उपलब्ध संसाधनों का समुचित दोहन करें और निरंतर आगे बढ़ें। राज्यपाल ने अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय को विंध्य क्षेत्र के ग्रामीण परिवेश का गौरव बताते हुए कहा कि यहां समाज के सभी वर्गों के बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिये प्रेरित करने के विशेष प्रयास किये जायें।
राज्यपाल श्री ठाकुर ने दीक्षांत समारोह के आयोजन को विश्वविद्यालय के लिये स्वर्णिम दिवस प्रतिपादित करते हुए शिक्षकों एवं विद्यार्थियों से कहा कि इस अवसर पर मिल-जुलकर विश्वविद्यालय की उपलब्धियों का गहन विश्लेषण करें। तद्नुसार भविष्य की योजनाएं संचालित करें।
समारोह के विशिष्ट अतिथि देश के भूतपूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस जे.एस. वर्मा ने दीक्षांत भाषण का वाचन करते हुए विद्यार्थियों से कहा कि ज्ञान का उपयोग सामाजिक न्याय और जरूरतमंदों के कल्याण के लिये भी किया जाना चाहिये। समारोह की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. शिवनारायण यादव ने प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस गरिमामय समारोह में विश्वविद्यालय परिवार के सभी सदस्य और विंध्य क्षेत्र के गणमान्य नागरिक शामिल हुए।
राज्यपाल श्री ठाकुर ने दीक्षांत समारोह के आयोजन को विश्वविद्यालय के लिये स्वर्णिम दिवस प्रतिपादित करते हुए शिक्षकों एवं विद्यार्थियों से कहा कि इस अवसर पर मिल-जुलकर विश्वविद्यालय की उपलब्धियों का गहन विश्लेषण करें। तद्नुसार भविष्य की योजनाएं संचालित करें।
समारोह के विशिष्ट अतिथि देश के भूतपूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस जे.एस. वर्मा ने दीक्षांत भाषण का वाचन करते हुए विद्यार्थियों से कहा कि ज्ञान का उपयोग सामाजिक न्याय और जरूरतमंदों के कल्याण के लिये भी किया जाना चाहिये। समारोह की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. शिवनारायण यादव ने प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस गरिमामय समारोह में विश्वविद्यालय परिवार के सभी सदस्य और विंध्य क्षेत्र के गणमान्य नागरिक शामिल हुए।
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