तकनीकी शिक्षा विभाग की परामर्शदात्री समिति की बैठक
तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने कहा कि इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए विद्यार्थियों की सुविधा की दृष्टि से इस वर्ष पहली बार ऑनलाईन काउंसिलिंग कराने का निर्णय लिया गया है। श्री शर्मा ने आज यहॉ तकनीकी शिक्षा विभाग की परामर्शदात्री समिति की बैठक को सम्बोधित करते हुये अधिकारियों को ऑन लाईन काउंसिलिंग की व्यवस्थाऍ सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
बैठक में तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री श्री महेन्द्र हार्डि़या, विधायक सर्वेश्री जसवंत सिंह हाड़ा, श्री बाला बच्चन, श्री देवेन्द्र कुमार जैन उपस्थित थे।श्री शर्मा ने बताया कि प्रदेश में रोजगारमूलक तकनीकी शिक्षा एवं प्रशिक्षण के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे है। प्रदेश के पॉच तकनीकी महाविद्यालयों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की कम्पनियों के सहयोग से सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है। इसी प्रकार 6 महाविद्यालयों में लैग्वेज लैब की स्थापना की गई है। तकनीकी शिक्षा मंत्री ने विभाग में कॉल सेन्टर स्थापित किये जाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में कई राष्ट्रीय स्तर के तकनीकी संस्थान पिछले वर्ष स्थापित किये गये है। इनमें नेशनल इन्स्टीट्यट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी भोपाल, स्कूल ऑफ प्लानिंग एड आर्किटेक्चर भोपाल और आई.आई.टी. इन्दौर है। इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स, सिंगरौली में स्थापित किया जा रहा है।
तकनीकी शिक्षा मंत्री ने बताया कि रोजगार के लिए प्रशिक्षित मानव संसाधन उपलब्ध कराने की दृष्टि से स्किल डेवलपमेन्ट इनिशिएटिव के अन्तर्गत माड्यूलर एम्प्लायबल स्किल योजना संचालित की जा रही है। उन्होंने बताया कि निजी क्षेत्र में आई.टी.आई. की स्थापना की प्रक्रिया का सरलीय्करण किया गया है। बैठक में प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा श्री जयदीप गोविन्द ने विभाग की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी। सदस्यों ने अपने अपने सुझाव दिये।
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