शिक्षा व्यवस्था में गुणात्मक सुधार और बुनियादी सुविधाओं के विस्तार में लिए
उच्च शिक्षा एवं जनसम्पर्क मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने आज यहां शासकीय गीतांजलि कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में डॉ. शंकरदयाल शर्मा स्वर्ण पदक पुरस्कार वितरित किये। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि शासकीय महाविद्यालयों के भवन निर्माण के लिए प्राथमिकता से प्रयास किये जा रहें हैं।
प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था में गुणात्मक सुधार और बुनियादी सुविधाओं के विस्तार में सक्रिय रूप से भागीदारी करने के लिए उच्च शिक्षा मंत्री ने महाविद्यालीन शिक्षकों का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय की जनभागीदारी समितियों द्वारा एकत्रित किये गये वित्तीय संसाधनों के बराबर राशि शासन की जनभागीदारी योजना के अंतर्गत प्राप्त हो सकती है। महाविद्यालय इस योजना का अधोसंरचना विकास के लिए अधिकतम उपयोग करें।
उच्च शिक्षा मंत्री ने गीतांजली महाविद्यालय की बेहतर शैक्षणिक उपलब्धियों और प्रबंधन के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि इस महाविद्यालय को स्वाशासी दर्जा देने के संबंध में शीघ्र निर्णय लिया जाएगा। श्री शर्मा ने महाविद्यालय के एम.सी.ए. के व्यख्यान कक्ष का लोकार्पण किया। उन्होंने विधार्थियों को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी।महाविद्यालय की जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष श्री रमेश शर्मा गुद्टू भैया ने महाविद्यालय को स्वाशासी दर्जा देने की मांग की। विशिष्ट अतिथि पूर्व प्राचार्य श्रीमती निर्मला चतुर्वेदी ने भी अपने विचार रखें। महाविद्यालय की प्राचार्य श्रीमती नयनतारा पाठक ने प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
उच्च शिक्षा मंत्री ने वर्ष 09-10 में विभिन्न कक्षाओं में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किया। कुमारी तारिका देशमुख, शेरवती कश्यप, प्रियंका सिंह, सबीना बी, मीनाक्षी लालचंदानी, श्रीमती सबाना बेगम, असमा खान, रीना थारानी, नीती लखोटिया और शाकीरा को स्वर्ण पदक दिया गया। कुमारी अभिरूचि गौर को सर्वश्रेष्ठ छात्रा की ट्राफी, अर्चना गर्ग को सास्कृतिक गतिविधियों में प्रोत्साहन पुरस्कार और अस्मा अली खान को सर्वश्रेष्ठ सामाजिक कार्याकर्त्ता का पुरस्कार दिया गया।
कार्यक्रम में गीतांजली महाविद्यालय जनभागीदारी समिति के सदस्यगण अनिल मिश्रा, धर्मेन्द्र पंडित, नूतन नागर, विष्णु राठौर, प्रदीप केसरवानी, म.प्र.बाल कल्याण परिषद के उपाध्यक्ष सोमेश दयाल शर्मा और भेल कालेज जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष सूर्यकांत गुप्ता भी उपस्थित थे।
उच्च शिक्षा मंत्री ने गीतांजली महाविद्यालय की बेहतर शैक्षणिक उपलब्धियों और प्रबंधन के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि इस महाविद्यालय को स्वाशासी दर्जा देने के संबंध में शीघ्र निर्णय लिया जाएगा। श्री शर्मा ने महाविद्यालय के एम.सी.ए. के व्यख्यान कक्ष का लोकार्पण किया। उन्होंने विधार्थियों को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी।महाविद्यालय की जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष श्री रमेश शर्मा गुद्टू भैया ने महाविद्यालय को स्वाशासी दर्जा देने की मांग की। विशिष्ट अतिथि पूर्व प्राचार्य श्रीमती निर्मला चतुर्वेदी ने भी अपने विचार रखें। महाविद्यालय की प्राचार्य श्रीमती नयनतारा पाठक ने प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
उच्च शिक्षा मंत्री ने वर्ष 09-10 में विभिन्न कक्षाओं में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किया। कुमारी तारिका देशमुख, शेरवती कश्यप, प्रियंका सिंह, सबीना बी, मीनाक्षी लालचंदानी, श्रीमती सबाना बेगम, असमा खान, रीना थारानी, नीती लखोटिया और शाकीरा को स्वर्ण पदक दिया गया। कुमारी अभिरूचि गौर को सर्वश्रेष्ठ छात्रा की ट्राफी, अर्चना गर्ग को सास्कृतिक गतिविधियों में प्रोत्साहन पुरस्कार और अस्मा अली खान को सर्वश्रेष्ठ सामाजिक कार्याकर्त्ता का पुरस्कार दिया गया।
कार्यक्रम में गीतांजली महाविद्यालय जनभागीदारी समिति के सदस्यगण अनिल मिश्रा, धर्मेन्द्र पंडित, नूतन नागर, विष्णु राठौर, प्रदीप केसरवानी, म.प्र.बाल कल्याण परिषद के उपाध्यक्ष सोमेश दयाल शर्मा और भेल कालेज जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष सूर्यकांत गुप्ता भी उपस्थित थे।
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