प्रदेश के विश्वविद्यालयों में विक्रम व्याख्यानमाला प्रारंभ करने की सहमति
महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ, उज्जैन के अंतर्गत शोध के लिए दो फैलोशिप स्थापित की जाएंगी। एक फैलोशिप ढाई लाख रुपये की और दूसरी एक लाख रुपये की होगी।
यह निर्णय संस्कृति मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा की अध्यक्षता में विक्रमादित्य शोधपीठ की मंगलवार को यहा सम्पन्न बैठक में लिया गया। बैठक में प्रदेश के विश्वविद्यालयों में विक्रम व्याख्यानमाला प्रारंभ करने की भी सहमति दी गई।
बैठक में शोधपीठ के निर्देशक श्री राज पुरोहित और अपर मुख्य सचिव श्रीमती आभा अस्थाना एवं संस्कृति संचालक श्री श्रीराम तिवारी सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।
महाराजा विक्रमादित्य तथा उनके समकालीन चिन्तकों, मनीषियों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर शोध एवं अध्ययन के उद्देश्य से राज्य शासन द्वारा विक्रमादित्य शोधपीठ का गठन किया गया है। प्राचीन भारत के साहित्य, संस्कृति, जीवन-पद्धतियों, ज्ञान-विज्ञान और परम्पराओं पर शोध एवं अध्ययन भी इस पीठ का उद्देश्य है।
महाराजा विक्रमादित्य तथा उनके समकालीन चिन्तकों, मनीषियों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर शोध एवं अध्ययन के उद्देश्य से राज्य शासन द्वारा विक्रमादित्य शोधपीठ का गठन किया गया है। प्राचीन भारत के साहित्य, संस्कृति, जीवन-पद्धतियों, ज्ञान-विज्ञान और परम्पराओं पर शोध एवं अध्ययन भी इस पीठ का उद्देश्य है।
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