सामाजिक न्याय मंत्री श्री गोपाल भार्गव की मूक-बधिर छात्र-छात्राओं के समारोह में घोषणा
नि:शक्तजन समाज और सरकार की जिम्मेदारी है। सरकार नि:शक्त छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा दिलाने के लिये वित्तीय मदद देगी और उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध हों इसके लिये उन्हें प्रशिक्षित भी किया जायेगा। यह घोषणा सामाजिक न्याय एवं पंचायत ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने आशा निकेतन मूक-बधिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के वार्षिक उत्सव समारोह में की।सामाजिक न्याय मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने कहा कि समाज के नि:शक्तजनों का विकास हो और उन्हें सम्मान एवं बराबरी का अवसर मिले यह सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने कहा कि हम नि:शक्तजनों को उनकी कमजोरी का एहसास नहीं होने देंगे, उन्हें एक ऐसा वातावरण उपलब्ध कराया जायेगा जिसमें वे अपने को किसी से कम न समझें।
उन्होंने इस अवसर पर घोषणा की कि सरकार नि:शक्त छात्र-छात्राओं को इंजीनियरिंग, मेडिकल जैसी उच्च शिक्षा दिलाने के लिये आर्थिक मदद प्रदान करेगी ताकि वे भी इन विशिष्ट शिक्षा के क्षेत्र में अपना जौहर दिखा सकें। श्री भार्गव ने कहा कि इसके साथ ही सरकार नि:शक्तजनों को रोजगार के पर्याप्त अवसर दिलाने के लिय विशेष शिविरों का आयोजन करेगी और उन्हें उनकी योग्यता के अनुसार रोजगार उपलब्ध कराने में मदद करेगी।
श्री भार्गव ने कहा कि अभी मूक-बधिर बच्चों ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की जो नृत्य नाटिका प्रस्तुत की उसे देखकर यह कतई नहीं कहा जा सकता कि यह उन बच्चों का प्रदर्शन है जिन्हें ईश्वर ने शारीरिक संरचना में कमी प्रदान की है। उन्होंने कहा कि एक कौशलपूर्ण और योग्य, दक्ष रंगमंचीय कलाकार के समान ही उन्होंने हमारे स्वतंत्रता संग्राम का जीवंत चित्रण प्रस्तुत किया जिसके लिये मैं उन्हें बधाई देता हूँ।
श्री भार्गव ने कहा कि अभी मूक-बधिर बच्चों ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की जो नृत्य नाटिका प्रस्तुत की उसे देखकर यह कतई नहीं कहा जा सकता कि यह उन बच्चों का प्रदर्शन है जिन्हें ईश्वर ने शारीरिक संरचना में कमी प्रदान की है। उन्होंने कहा कि एक कौशलपूर्ण और योग्य, दक्ष रंगमंचीय कलाकार के समान ही उन्होंने हमारे स्वतंत्रता संग्राम का जीवंत चित्रण प्रस्तुत किया जिसके लिये मैं उन्हें बधाई देता हूँ।
सामाजिक न्याय मंत्री ने आशा निकेतन संस्था और नि:शक्तजनों की सहायता के लिये आगे आयीं संस्थाओं की सराहना करते हुए कहा कि वे उस कार्य को कर रहे हैं जिसके लिये ईश्वर ने मनुष्य की रचना की है। उन्होंने कहा कि सभी क्षमताओं से पूर्ण व्यक्तियों का यह कर्त्तव्य है कि वे समाज के वंचित, कमजोर और असहाय लोगों के मददगार बनें ताकि कहीं भी अधूरापन न रहे और सब लोग बराबरी से विकसित हों, अपने अधिकार पायें। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी संस्थाओं और व्यक्तियों को पूरा सहयोग और समर्थन प्रदान करेगी।
इस अवसर पर मूक-बधिर छात्र-छात्राओं ने 1857 से लेकर 1947 तक के स्वतंत्रता संग्राम की महत्वपूर्ण घटनाओं पर एक नृत्य नाटिका प्रस्तुत की। इस प्रभावी प्रस्तुति की उपस्थित लोगों ने भूरि-भूरि प्रशंसा की। सामाजिक न्याय मंत्री ने इस मौके पर वर्ष 2008-09 की उत्कृष्ट मूक-बधिर छात्रा कु. नेहा राजपूत का सम्मान किया।
इस अवसर पर मूक-बधिर छात्र-छात्राओं ने 1857 से लेकर 1947 तक के स्वतंत्रता संग्राम की महत्वपूर्ण घटनाओं पर एक नृत्य नाटिका प्रस्तुत की। इस प्रभावी प्रस्तुति की उपस्थित लोगों ने भूरि-भूरि प्रशंसा की। सामाजिक न्याय मंत्री ने इस मौके पर वर्ष 2008-09 की उत्कृष्ट मूक-बधिर छात्रा कु. नेहा राजपूत का सम्मान किया।
भारतीय जीवन बीमा निगम के श्री बालगोपाल, बैंक ऑफ बड़ौदा के उप महाप्रबंधक श्री कैलाश शंकर, बीज एवं फार्म विकास निगम के उपाध्यक्ष श्री रणवीर सिंह रावत और आशा निकेतन बधिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की प्राचार्या सिस्टर सुनन्दा उपस्थित थे।
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