राज्य मंत्रिपरिषद ने आज जूनियर डॉक्टरों के मानदेय में इजाफे के प्रस्ताव को मंजूर कर दिया। पिछली जुलाई में इन डॉक्टरों ने स्वास्थ्य मंत्री श्री अनूप मिश्रा से चर्चा के बाद अपनी मांगों को लेकर नौ दिनी हड़ताल खत्म कर दी थी। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने जूडा को दिये जा रहे मानदेय में एक सितम्बर से इजाफा किए जाने की घोषणा की थी। आज केबिनेट में इसकी मंजूरी के बाद सरकारी खजाने पर 12 करोड़ 86 लाख रुपए सालाना अतिरिक्त बोझ आएगा।
कितना बढ़ा मानदेय
फैसले के मुताबिक इन्टर्न को अब 3000 की बजाय 5000 रुपए,पीजी प्रथम वर्ष को 16 हजार से बढ़ाकर 22 हजार रुपए, पीजी द्वितीय वर्ष को 16 हजार 500 से 23 हजार रुपए, पीजी तृतीय वर्ष को 17 हजार से 24 हजार रुपए, डीएम या एमसीएच को 19 हजार से 25 हजार रुपए, सीनियर रेसीडेंट को 17 हजार से 24 हजार रुपए और जूनियर रेसीडेंट को मौजूदा 15 हजार की बजाय 21 हजार रुपए मानदेय मिलेगा।
कितना बढ़ा मानदेय
फैसले के मुताबिक इन्टर्न को अब 3000 की बजाय 5000 रुपए,पीजी प्रथम वर्ष को 16 हजार से बढ़ाकर 22 हजार रुपए, पीजी द्वितीय वर्ष को 16 हजार 500 से 23 हजार रुपए, पीजी तृतीय वर्ष को 17 हजार से 24 हजार रुपए, डीएम या एमसीएच को 19 हजार से 25 हजार रुपए, सीनियर रेसीडेंट को 17 हजार से 24 हजार रुपए और जूनियर रेसीडेंट को मौजूदा 15 हजार की बजाय 21 हजार रुपए मानदेय मिलेगा।


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