माध्यमिक शिक्षा मंडल से डीएड कालेजों को अब एक ही बार मान्यता लेना होगी। इस संबध में माशिमं से तीन-चार दिन में आदेश जारी होने की संभावना है।
जानकारी के अनुसार डीएड कालेजों को एनसीटीई व माशिमं से हर साल मान्यता लेना पड़ती है। जिसमें नवीनीकरण आदि लिए कालेज संचालकों की काफी राशि खर्च होती थी। माशिमं नियम बदलते हुए अब एक ही बार डीएड कालेजों को मान्यता देगा।
माशिमं के नए नियमानुसार जब तक एनसीटीई की मान्यता डीएड कालेजों के पास होगी, तब तक मंडल की मान्यता भी रहेगी। सूत्रों का कहना है कि माशिमं द्वारा यह निर्णय उसके पास कोई अधिकार नहीं होने के कारण लिया जा रहा है। माशिमं के पास सिर्फ डीएड कालेजों की परीक्षाएं कराने का अधिकार है।
जबकि निरीक्षण आदि एनसीटीई करता है। कई बार डीएड कालेजों के फर्जीबाड़े सामने आते हैं। जिससे मंडल को परेशान होना पड़ता है। इन सबसे बचने के लिए मंडल एक ही बार डीएड कालेजों की मान्यता देकर सिर्फ परीक्षा आयोजित करेगा।
माशिमं के नए नियमानुसार जब तक एनसीटीई की मान्यता डीएड कालेजों के पास होगी, तब तक मंडल की मान्यता भी रहेगी। सूत्रों का कहना है कि माशिमं द्वारा यह निर्णय उसके पास कोई अधिकार नहीं होने के कारण लिया जा रहा है। माशिमं के पास सिर्फ डीएड कालेजों की परीक्षाएं कराने का अधिकार है।
जबकि निरीक्षण आदि एनसीटीई करता है। कई बार डीएड कालेजों के फर्जीबाड़े सामने आते हैं। जिससे मंडल को परेशान होना पड़ता है। इन सबसे बचने के लिए मंडल एक ही बार डीएड कालेजों की मान्यता देकर सिर्फ परीक्षा आयोजित करेगा।
0 comments:
Post a Comment