मप्र के पहले केन्द्रीय विश्वविद्यालय मे पहले कुलपति की नियुक्ति के साथ ही विवि के केन्द्रीय विश्वविद्यालय मे बदलने की प्रक्रिया मे तेजी आ गई है।
कुलपति प्रो० एनएस गजभिए ने विवि के कुलसचिव सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर विवि मे अगले सत्र से ही केन्द्रीय विवि के नियमों के तहत प्रवेश किए जाने के संबंध मे दिशा-निर्देश दे दिए हैं।
समिति की बैठक मे कुलपति ने कहा कि अब केन्द्रीय विवि के नियम लागू हो चुके हैं। अगले सत्र से इन्हीं नियमों के तहत प्रवेश किए जाएगें। इसी सिलसिले में यह भी निर्णय लिया गया कि डॉ० गौर विवि मे अब पीएचडी के लिए नए पंजीयन भी केन्द्रीय विवि के नियमों के तहत ही किए जाएगें। नए नियमों के तहत पीएचडी करना आसान पहले जैसा आसान नहीं रहेगा।
समिति की बैठक मे कुलपति ने कहा कि अब केन्द्रीय विवि के नियम लागू हो चुके हैं। अगले सत्र से इन्हीं नियमों के तहत प्रवेश किए जाएगें। इसी सिलसिले में यह भी निर्णय लिया गया कि डॉ० गौर विवि मे अब पीएचडी के लिए नए पंजीयन भी केन्द्रीय विवि के नियमों के तहत ही किए जाएगें। नए नियमों के तहत पीएचडी करना आसान पहले जैसा आसान नहीं रहेगा।
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