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Tuesday, March 17, 2009

पीईटी-पीएमटी के फाइनल नियम जल्द ही..



प्रोफेशनल कोर्स संचालित करने वाले प्रायवेट कालेजों को इस बार भी मैनेजमेंट कोटा नहीं मिल सकेगा जबकि छात्र-छात्राओं को छूट रहेगी कि मनपसंद कालेज या ब्रांच न मिलने पर काउंसलिंग के पहले चरण में मिला प्रवेश निरस्त करवाकर दूसरे चरण में शामिल हो सकेंगे। पीईपीटी, एमईटी, प्री एमसीए सहित सभी प्रवेश परीक्षाओं के नियम इस एक मात्र संशोधन के साथ जल्द ही जारी कर दिए जाएंगे।
इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, फार्मेसी, मास्टर ऑफ कंप्यूटर, आर्किटेक्चर के लिए प्रवेश नियम बनाने की कवायद लगभग पूर्ण कर ली गई है। सूत्रों के मुताबिक विधि विभाग ने तकनीकी शिक्षा द्वारा बनाए गए नियमों को लगभग जस की तस मंजूर कर ली है। विधि विभाग अपनी मोहर लगाकर सोमवार को यह नियम तकनीकी शिक्षा को सौंप सकता है। अधिकारियों का कहना है कि हमें तो इसी सप्ताह में यह नियम मिलने की उम्मीद थी, लेकिन अब एक-दो दिन में नियम फाइनल हो जाएंगे। विधि से नियम आते ही व्यावसायिक परीक्षा मंडल को सौंप दिए जाएंगे। पूरी उम्मीद है कि अगले सप्ताह में सभी प्रवेश परीक्षाओं के नियम व्यापमं को मिल जाएंगे।
आचार संहिता रही फायदेमंद
लोकसभा चुनावों के मद्देनजर लगी आचार संहिता प्रवेश परीक्षाओं के लिए खासी फायदेमंद रही है। मैनेजमेंट कोटे को लेकर सरकार और अधिकारियों के बीच रस्साकसी की स्थिति बनी हुई थी। विभाग ने विवाद से बचने फाइल विधि को सौंप दी थी। विधि विभाग कहीं कलम चलाता, इसके पहले ही आचार संहिता लागू हो गई। आचार संहिता के दौरान कालेजों के लिए फायदेमंद मैनेजमेंट कोटे का प्रावधान संभव ही नहीं था। इसलिए विधि विभाग ने भी पुराने नियमों को भी बिना रोकटोक हरी झंडी देना मुनासिब समझा।
समय पर हो सकेगी परीक्षा
इसका सबसे बड़ा फायदा परीक्षा और प्रवेश प्रक्रिया में मिलेगा। इसी माह नियम मिलने पर व्यापमं मई में परीक्षा आयोजित करने की स्थिति में होगा। जून में रिजल्ट घोषित होने पर काउंसलिंग भी इसी माह शुरू हो जाएगी। पिछले साल नियमों को लेकर मची खींचतान के चलते परीक्षा भी लेट हो गई थी। साथ ही विवाद कोर्ट में जाने से काउंसलिंग भी जनवरी में पूर्ण हो सकी थी।

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