प्री इंजीनियरिंग एण्ड फार्मेसी टेस्ट (पीईपीटी) के राह की बाधाएं दूर हो गई हैं। अब वर्ष 2009 के लिए पीईपीटी पिछले साल के मुकाबले पहले कराई जाएगी। तकनीकी शिक्षा विभाग ने इसके लिए प्रवेश नियम व्यावसायिक परीक्षा मण्डल को भेज दिए हैं। इस पर निर्वाचन आयोग ने भी सहमति प्रदान कर दी है। परीक्षा जून के पहले हफ्ते में कराए जाने की तैयारी है।
तकनीकी शिक्षा विभाग ने पीईपीटी 08 के प्रवेश नियमों को ही मामूली संशोधन के साथ इस साल के लिए भी जारी कर दिया है। विभाग ने शुक्रवार दोपहर को पीपीटी, नर्सिüग और मेडिकल प्री पीजी प्रवेश परीक्षा के नियमों की फाइल व्यापमं को भेज दी। नियमों के साथ सभी प्रवेश परीक्षाएं शीघ्र आयोजित कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। व्यापमं ने तैयारी शुरू कर दी है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार पीईपीटी मई के आखिरी हफ्ते या जून के पहले हफ्ते में कराई जा सकती है। व्यापमं की सारी परीक्षाएं जून मध्य तक आयोजित करा ली जाएंगी।
मैनेजमेंट कोटा था बाधा
इस बार निजी कॉलेजों को 15 प्रतिशत सीटों पर मैनेजमेंट कोटा लागू करने के नए नियम के कारण प्रवेश नियम जारी नहीं किया जा सका था और पीईपीटी का आयोजन अटक गया था। आखिरकार मैनेजमेंट कोटा को प्रवेश नियमों में जगह नहीं मिल पाई।
पिछले साल से जल्दी
व्यापमं और सरकार की रजामंदी से प्रस्तावित तारीख 15 मई तक परीक्षा कराना सम्भव नहीं लगता। हालांकि, व्यापमं का दावा है कि परीक्षा पिछले साल के मुकाबले पहले होगी। पिछले साल पीईपीटी 21 व 22 जून को हुई थी। आमतौर पर प्रवेश नियम मिलने के बाद तैयारी में करीब तीन महीने का समय लगता है, लेकिन इस बार इसके लिए अधिकतम समय दो माह का ही रखा गया है।
प्री पीजी टेस्ट चुनाव से पहले
चिकित्सा शिक्षा विभाग ने प्री पीजी परीक्षा के प्रवेश नियम भी व्यापमं को भेज दिए हैं। परीक्षा चार शहरों भोपाल, इंदौर, ग्वालियर व जबलपुर में कराने की तैयारी है। उम्मीद है कि आम चुनाव की पहली तारीख 23 अप्रेल से पहले ही प्री पीजी परीक्षा करा ली जाएगी।
निर्वाचन आयोग की मंजूरी
निर्वाचन आयोग ने भी व्यापमं को अपनी सुविधा के लिहाज से प्रवेश परीक्षा की तारीख तय करने की छूट दे दी है। हालांकि मण्डल आम चुनाव की तारीख के आसपास परीक्षा कराने के पक्ष में नहीं है। इसकी वजह स्कूल-कॉलेज में परीक्षा केन्द्र बनाया जाना है। यहीं चुनाव के लिए मतदान केन्द्र भी बनाए जाते
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