डॉ० हरिसिंह गौर मप्र के सबसे पुराने सागर विश्वविद्यालय के संस्थापक है। उनके व्यक्तित्व एंव कृतित्व पर विश्वविद्यालय एक निबंध प्रतियोगिता का आयोजन कराने जा रहा है।
यह प्रतियोगिता नगर छात्र समिति द्वारा आयोजित कराया जा रहा है। समिति के अध्यक्ष प्रो० दिवाकर शर्मा ने बताया कि यह निबंध प्रतियोगिता में केवल स्नातक कक्षा के विद्यार्थियों के लिए है। लेकिन प्रतियोगिता मे विवि से संबद्ध सभी महाविद्यालय व विश्वविद्यालय शिक्षण विभाग के छात्र-छात्राएं इसमें भागेदारी कर सकतें हैं। प्रतियोगिता के विजेताओं मे सं पहले व दूसरे स्थान पर आने वाले प्रतिभागियों मे से पहले व दूसरे स्थान पर आने वाले विद्यार्थियों क्रमश: 1000 व 500 रूपए नकद व एक प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
सभी प्रतिभागियों को 'डॉ० हरीसिंह गौर के विचार आज भी प्रासांगिक हें' विष्ाय पर निबंध लिखना है। निबंध लिखकर आयोजकों के पास जमा करने की आखिरी तारीख 20 फरवरी 2009 तय की गई है। इस प्रतियोगिता मे शामिल होने वाले प्रतियोगियों से अपेक्षा की गई है कि वे निबंध स्पष्ट, पठनीय व अधिकत्म पांच पृष्टों का होना चाहिए। जो संबंधित महाविद्यालय के प्राचार्यों या विवि शिक्षण विभाग के अधिष्ठाता द्वारा हस्ताक्षरित होना चाहिए।
प्रतिभागी अपने निबंध संस्था प्रमुख के पास व सागर में अध्यक्ष, नगर समिति, गौर अध्यययन, कटरा बाजार, अधिष्ठाता, पत्रकारिता विभाग , डॉ० हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय व पत्रकारिता विभाग मे जमा किया जा सकता है।
सभी प्रतिभागियों को 'डॉ० हरीसिंह गौर के विचार आज भी प्रासांगिक हें' विष्ाय पर निबंध लिखना है। निबंध लिखकर आयोजकों के पास जमा करने की आखिरी तारीख 20 फरवरी 2009 तय की गई है। इस प्रतियोगिता मे शामिल होने वाले प्रतियोगियों से अपेक्षा की गई है कि वे निबंध स्पष्ट, पठनीय व अधिकत्म पांच पृष्टों का होना चाहिए। जो संबंधित महाविद्यालय के प्राचार्यों या विवि शिक्षण विभाग के अधिष्ठाता द्वारा हस्ताक्षरित होना चाहिए।
प्रतिभागी अपने निबंध संस्था प्रमुख के पास व सागर में अध्यक्ष, नगर समिति, गौर अध्यययन, कटरा बाजार, अधिष्ठाता, पत्रकारिता विभाग , डॉ० हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय व पत्रकारिता विभाग मे जमा किया जा सकता है।
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