कुलाधिपति द्वारा अनुमोदित पाठ्यक्रम से स्वायत्ता के नाम पर छेड़छाड़ करना कॉलेजों को मंहगा सौदा साबित हो सकता है। पाठ्यक्रम मे फेरबदल करने के दोषी पाए जाने कॉलेज का न केवल उसको दिया जाने वाला अनुदान रोका जा सकता है बल्कि छात्रों की डिग्री भी अमान्य कर दी जाएगी।
उच्च शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी स्वाशासी कॉलेजों को सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा कि वे स्वायत्ता के नाम पर कुलाधिपति द्वार अनुमोदित सेमिस्टर प्रणाली पाठ्यक्रम, सीसीई व प्रोजेक्ट वर्क को करने से बच नहीं सकते हैं।
उच्च शिक्षा विभाग के मुताबिक अनुमोदित पाठ्यक्रम मे स्वाशासी कॉलेजों को महज 20 फीसदी अधिक पाठ्यक्रम रखने व प्रवेश के अंक 55 फीसदी रख सकते हैं। इन व्यवस्थाओं मे फेरबदल करने वाले कॉलेजों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जा सकती है।
उच्च शिक्षा विभाग के मुताबिक अनुमोदित पाठ्यक्रम मे स्वाशासी कॉलेजों को महज 20 फीसदी अधिक पाठ्यक्रम रखने व प्रवेश के अंक 55 फीसदी रख सकते हैं। इन व्यवस्थाओं मे फेरबदल करने वाले कॉलेजों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जा सकती है।
0 comments:
Post a Comment