तीसरी कक्षा में पढ़ने वाली नन्हीं छात्रा सृष्टि त्रिपाठी द्वारा स्कूली बच्चों की समस्या पर ध्यान आकर्षित किये जाने के बाद गृहमंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने निर्देश दिये हैं कि स्कूल छूटने के बाद बच्चों को सुरक्षित रूप से स्कूल बस में बैठाने की जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन की हो। उन्होंने भोपाल रेंज के आई.जी. डॉ. शैलेन्द्र श्रीवास्तव को यह व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।गृहमंत्री श्री गुप्ता कल अमरकंटक एक्सप्रेस से भोपाल आ रहे थे। उसी कूपे में नन्हीं सृष्टि अपने माता-पिता के साथ यात्रा कर रही थी। उसने अपने पिता के सामने यह समस्या रखी कि स्कूल छूटने के समय स्कूल बस बाहर खड़ी रहती है। ट्राफिक इतना ज्यादा होता है कि बच्चों को बस तक सुरक्षित जाने में बहुत कठिनाई होती है और जोखिम भी रहता है। माता-पिता को स्कूल परिसर में आने नहीं दिया जाता।
सृष्टि के पिता ने कहा कि प्रदेश के गृहमंत्री इसी कूपे में यात्रा कर रहे हैं चलो उनको यह समस्या बताओ। सृष्टि अपने पिता के साथ श्री गुप्ता के पास गई और उसने अपनी बाल सुलभ भाषा और सहजता में बच्चों की यह समस्या उन्हें बताई। श्री गुप्ता ने सृष्टि को दुलारा और आश्वासन दिया कि अब ऐसा नहीं होगा।
गृहमंत्री के निर्देश पर आई.जी. डॉ. शैलेन्द्र श्रीवास्तव ने ट्राफिक के वरिष्ठ अधिकारियों को इस संबंध में आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये। ट्राफिक अधिकारियों ने आज कार्मल कान्वेंट स्कूल में इस संबंध में स्कूल प्रबंधन के साथ बैठक की। यह तय किया गया कि स्कूल छूटने के समय दो ट्राफिक पुलिसकर्मी व्यवस्था में मदद के लिये उपलब्ध रहेंगे। अन्य स्कूलों में भी इस तरह की बैठकें की जायेंगी। सृष्टि के पिता भारतीय स्टेट बैंक में काम करते हैं और उनका परिवार एस.बी.आई. कॉलोनी में रहता है।
सृष्टि के पिता ने कहा कि प्रदेश के गृहमंत्री इसी कूपे में यात्रा कर रहे हैं चलो उनको यह समस्या बताओ। सृष्टि अपने पिता के साथ श्री गुप्ता के पास गई और उसने अपनी बाल सुलभ भाषा और सहजता में बच्चों की यह समस्या उन्हें बताई। श्री गुप्ता ने सृष्टि को दुलारा और आश्वासन दिया कि अब ऐसा नहीं होगा।
गृहमंत्री के निर्देश पर आई.जी. डॉ. शैलेन्द्र श्रीवास्तव ने ट्राफिक के वरिष्ठ अधिकारियों को इस संबंध में आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये। ट्राफिक अधिकारियों ने आज कार्मल कान्वेंट स्कूल में इस संबंध में स्कूल प्रबंधन के साथ बैठक की। यह तय किया गया कि स्कूल छूटने के समय दो ट्राफिक पुलिसकर्मी व्यवस्था में मदद के लिये उपलब्ध रहेंगे। अन्य स्कूलों में भी इस तरह की बैठकें की जायेंगी। सृष्टि के पिता भारतीय स्टेट बैंक में काम करते हैं और उनका परिवार एस.बी.आई. कॉलोनी में रहता है।
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