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Monday, December 28, 2009

छात्र-छात्रायें लक्ष्य निर्धारित कर अध्ययन करें

बाल्मीकि संघ के प्रतिभा सम्मान समारोह
वर्तमान प्रतियोगी युग में छात्र-छात्राओं को 'एकलव्य' की भांति लक्ष्य बनाकर अध्ययन करने की जरुरत है। बाल्मीकि समाज में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है वरन् अभाव की अस्थिति में आगे बढ़ने वाले प्रतिभावान युवाओं को प्रोत्साहित करने की जरुरत है। 
इस आशय के उद्गार नगरीय प्रशासन एवं विकास राज्यमंत्री श्री मनोहर ऊंटवाल ने आज यहां मध्यप्रदेश बाल्मीकि एकता संघ द्वारा प्रसिद्ध समाज सेवी दादा स्व. चुन्नीलाल जी कल्याणे की स्मृत्ति में आयोजित बारहवें प्रतिभा सम्मान समारोह को संबोधित करते हुये व्यक्त किये। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री गंगाराम घौंसरे, अध्यक्ष राष्ट्रीय सफाई कामगार आयोग मध्यप्रदेश ने की। 
कार्यक्रम में बालयोगी संत श्री उमेशनाथ महाराज, श्री जगनलाल झांझोट, पूर्व सदस्य मध्यप्रदेश अनुसूचित जाति आयोग और श्री सुनील करोसिया, सदस्य मध्यप्रदेश अनुसूचित जाति आयोग आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम में शिक्षा, खेल, समाजसेवा, कला-संस्कृति एवं राजनीति के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान प्राप्त करने वाले बाल्मीकि समाज के मेधावी छात्र-छात्राओं तथा लोगों को सम्मानित किया गया।
नगरीय प्रशासन एवं विकास राज्य मंत्री श्री ऊंटवाल ने अपने संबोधन में कहा कि मेधावी छात्र-छात्रायें और मेहनत करें ताकि उनका नाम देश एवं दुनिया में रोशन हो सके। उन्होंने अपनी स्वेच्छानुदान मद से कक्षा पांचवी में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले बाल्मीकि समाज के विद्यार्थी को पांच हजार रुपये तथा दसवीं में सर्वाधिक अंक अर्जित करने वाले विद्यार्थी को दस हजार रुपये तथा कक्षा बारहवीं में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को पन्द्रह हजार रुपये की राशि का पुरस्कार देने की घोषणा की। श्री ऊंटवाल ने कहा कि आगामी वर्षों में प्रदेश के नगरीय निकायों में रिक्त सफाई कर्मचारियों के पदों पर भर्ती की जावेगी। 
दस साल एवं उससे अधिक अवधि से कार्यरत अस्थायी सफाई कर्मचारियों को स्थायी कराने की पहल भी होगी।
कार्यक्रम अध्यक्ष श्री गंगाराम घोंसरे ने बाल्मीकि एकता मंच द्वारा आयोजित किये गये प्रतिभा सम्मान समारोह की भूरि-भूरि प्रशंसा की और कहा कि इससे समाज के अन्य छात्र-छात्राओं, खिलाड़ियों, कलाकारों, समाजसेवियों को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी। अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व सदस्य विशिष्ट अतिथि श्री जगनलाल झांझोट ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षा के अभाव में कोई जाति, समाज एवं देश प्रगति नहीं कर सकता।
प्रारंभ में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यमंत्री श्री ऊंटवाल, गुरूजी श्री उमेशनाथ महाराज, श्री धोंसरे एवं श्री झांझोट ने कक्षा पांचवीं, आठवीं, दसवीं एवं बारहवीं के साथ पी.एम.टी., पी.ई.टी. और केट परीक्षा के मेधावी छात्र-छात्राओं, राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में स्थान पाने वाले खिलाड़ियों और कलाकारों तथा समाजसेवा एवं राजनीति के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान करने वाले बाल्मीकि समाज के लोगों को मेडल, शाल, स्मृत्ति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। 
संघ की ओर से बाल्मीकि सम्मान वन संरक्षण के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान करने वाली विदिशा की वनरक्षक कु. तनुजा गौहर को प्रदान किया गया। कार्यक्रम में जानकारी दी गई कि बाल्मीकि एकता संघ द्वारा इससे पूर्व 260 मेघावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया जा चुका है।
इस अवसर पर श्रीमती जयश्री चौहान सदस्य राष्ट्रीय सफाई कामगार आयोग मध्यप्रदेश, श्रीमती भारती लोट पार्षद रायसेन, श्री जगन्नाथ कल्याणे, श्री विशाल कल्याणे के अलावा भोपाल, रायसेन, इंदौर, उज्जैन, होशंगाबाद, आदि स्थानों से बड़ी संख्या में आये बाल्मीकि समाज के छात्र-छात्रायें और नागरिकगण उपस्थित थे।

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