ए.पी.एल. बी.पी.एल मरीजों का अलग दवा स्टोर
Bhopal:Tuesday, November 10, 2009 प्रदेश के सभी छः मेडीकल कॉलेज में ई-लायब्रेरी स्थापित होंगी। हर मेडीकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों में दीनदयाल अन्त्योदय उपचार योजना के तहत दी जाने वाली दवाइयों का अलग स्टोर एवं सामान्य वर्ग को दी जाने वाली दवाइयों का अलग स्टोर होगा। सभी मेडीकल कॉलेजों को और उनके अस्पताल सी.सी.टी.वी. से जोड़े जाएंगे जिनकी गतिविधियों को भोपाल में भी बैठकर देखा जा सकेगा। यह महत्वपूर्ण निर्णय लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा आयुष, जैव विविधता, जैव प्रौद्योगिकी एवं जनशिकायत निवारण मंत्री श्री अनूप मिश्रा की अध्यक्षता में भोपाल, इंदौर, जबलपुर, रीवा, ग्वालियर, सागर मेडीकल कॉलेज एवं दंत चिकित्सा महाविद्यालय इंदौर की स्वशासी समिति की बैठक में लिए गए।
यह बैठक पहली बार स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में हुई है इसके पूर्व संबंधित संभागीय आयुक्तों की अध्यक्षता में स्वशासी समिति गठित होती थी। बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्रीमती विजया श्रीवास्तव, संचालक चिकित्सा शिक्षा श्री व्ही.के.सेनी, एम.सी.आई मानदंडों के अनुरूप मेडीकल कॉलेज बनाने के लिए गठित समिति के श्री निर्भय श्रीवास्तव एवं सभी मेडीकल कॉलेज के डीन उपस्थित थे।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने 9-10 नवंबर को निरंतर 14 घंटे बैठकर स्वशासी समिति की बैठक की अध्यक्षता कर महत्वपूर्ण निर्णय लिए। श्री मिश्रा ने कहा कि सभी मेडीकल कॉलेज की लायब्रेरी अत्याधुनिक एवं गुणवत्तापूर्ण होनी चाहिए।
उन्होंने ई-लायब्रेरी बनाने तथा साथ ही इसे कलकत्ता की नेशनल लायब्ररी से लिंक करने को कहा ताकि मेडीकल छात्रों एवं चिकित्सकों को संबंधित उत्कृष्ट पुस्तकें तथा जनरल देखने को मिल सके। स्वास्थ्य मंत्री श्री मिश्रा ने कहा कि अस्पतालों में बी.पी.एल एवं ए.पी.एल. के जो भी मरीज आते हैं उन्हें नि:शुल्क दवाई दी जाए।
इसके लिए हर मेडीकल अस्पताल में दीनदयाल अंत्योदय उपचार योजना से मिलने वाले बजट के मद से खरीदी गई दवाइयों का अलग से स्टोर तथा सामान्य बजट से खरीदी गई दवाइयों का अलग से स्टोर बनाया जाए। श्री मिश्रा ने स्पष्ट कहा कि बाजार से खरीदने की कोई भी पर्ची मरीज को नहीं दी जाए।
बाजार से जो भी दवा खरीदना हो तो इसके लिए पहले से ही दस दिन की आवश्यकतानुसार दवा स्टोर कर रखी जाए। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रशासनिक कसावट के लिए मेडीकल कॉलेज अस्पतालों को सी.सी.टी.वी. से जोड़ा जाए।
उसे संचालक चिकित्सा शिक्षा के कमरे से ऑन लाइन किया जाए ताकि वहां की व्यवस्थाओं, चिकित्सकों की उपस्थिति एवं मरीजों के इलाज की मॉनिटरिंग राजधानी में ही बैठकर ही की जा सके। स्वास्थ्य मंत्री ने हर अस्पताल में मॉडलुयर किचन बनाने को कहा।
उन्होंने फर्नीचर क्रय करने की मांग पर कहा कि इसका एक संयुक्त प्लान बनाकर ऐसा फर्नीचर डिजाइन कराया जाए जिससे उपलब्ध स्थान का अधिक से अधिक उपयोग हो सके। उन्होंने सभी मेडीकल कॉलेज एवं अस्पतालों में ए.सी. के स्थान पर डक्टिंग कूलिंग व्यवस्था करने को कहा इससे रखरखाव में कमी और बिजली की बचत दोनों हो सकेगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने स्वशासी समिति की बैठक में एम.सी.आई. मानदंडों के अनुरूप कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये। बैठक में स्टाफ की कमी दूर करने तथा वार्षिक बजट को मंजूरी प्रदान की गई। श्री मिश्रा ने बैठक में कहा कि सरकार की प्राथमिकता दो बिन्दुओं पर है।
सबसे पहले एम.सी.आई. के मानदंडों के अनुरूप मेडीकल कॉलेज बनाना साथ ही मरीजों के लिए अस्पताल में बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराना। उन्होंने निर्देशित किया कि सभी मेडीकल कॉलेज अपनी जो भी गतिविधियां संचालित करें वेे इन्हीं दो बिन्दुओं पर आधारित होना चाहिए।
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