स्कूली शिक्षा के बेहतर संचालन के लिये तैयार किये गये शिक्षा पोर्टल के परिणामों के आधार पर मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग को सर्वोत्तम ई-प्रशासन विभाग के राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु चुना गया है। कम्प्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया द्वारा प्रति वर्ष केन्द्र और राज्यों के विभागों एवं जिलों तथा विभिन्न परियोजनाओं के कार्यों के मूल्यांकन के पश्चात् यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
वर्ष 2009 हेतु मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग को सर्वोत्तम ई-प्रशासन हेतु सी.एस.आई. निहीलेंट ई-गर्वनेंस अवार्ड हेतु चयनित किया गया है। केन्द्र और राज्यों के विभागों द्वारा ई-प्रशासन के क्षेत्र में किये गये उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु यह पुरस्कार स्थापित किया गया है। पुरस्कार के चयन हेतु चयन समिति के सदस्यों द्वारा क्षेत्र भ्रमण कर तथा संबंधित विभाग द्वारा समिति के समक्ष किये गये प्रस्तुतिकरण के आधार पर सर्वोत्तम विभाग का चयन किया जाता है।
मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग ने बेहतर शैक्षिक प्रबंधन हेतु एक ऑनलाइन पोर्टल, मध्यप्रदेश शिक्षा पोर्टल तैयार किया है। स्कूल शिक्षा और आदिम जाति कल्याण विभाग के शिक्षकों की व्यावहारिक जानकारियां एवं शैक्षिक प्रबंधन से जुड़े तमाम बिन्दुओं को इस पोर्टल में उपलब्ध कराया गया है। एन.आई.सी. के सहयोग से तैयार यह वेब पोर्टल और इससे प्राप्त हो रही सुविधाएं तथा परिणाम मध्यप्रदेश के लिए प्रतिष्ठित इस पुरस्कार का मूल आधार बने हैं।
शिक्षा पोर्टल में प्रदेश की शालओं तथा उनमें कार्यरत शिक्षकों की सूची तथा दर्ज विद्यार्थियों की संख्या, स्कूल शिक्षा एवं आदिम जाति कल्याण विभाग के अमले का मासिक वेतन देयक ऑनलाईन तैयार करने की सुविधा, वेतन विवरण, शालावर नामांकन, पाठ्यपुस्तक, गणवेश, साइकिल एवं छात्रवृत्ति की जानकारी, ग्राम शिक्षा रजिस्टर की बसाहटवार संख्यात्मक जानकारी, दक्षता संवर्धन कार्यक्रम एवं मासिक परीक्षा के आधार पर शालावार, कक्षावार, शिक्षकवार व विषयवार बच्चों का उपलब्धि स्तर, खराब एवं अच्छी प्रगति वाली शालाओं से बाहर बच्चों का नामवार विवरण एवं उनके फॉओअप की जानकारी शामिल की गई है।
इसके साथ ही इसमें आवासीय, गैर आवासीय ब्रिज कोर्स इत्यादि में बच्चों को दर्ज कराने की स्थिति और अधिकारियों द्वारा किए गए शालाओं के निरीक्षण एवं फॉलोअप का विवरण, शिक्षा विभाग और आदिम जाति कल्याण विभाग के अमले का संस्थावार विवरण तथा सेवा पुस्तिका की इलेक्ट्रॉनिक जानकारी, शिक्षकों की समस्याओं व शिकायतों का पंजीकरण व उनके निराकरण की प्रगति, विशेष आवश्यकता वाले बच्चों का पंजीयन व उनके फॉलोअप की ट्रेकिंग, स्कूल शिक्षा विभाग और आदिम जाति कल्याण विभाग की विभिन्न योजनाओं से संबंधित दिशा निर्देश के साथ ही शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं के लिए लर्निंग रिसोर्स की व्यवस्था, जिसमें उनके लिए उपयोगी सी.डी. तथा उपयुक्त वेबसाइट को लिंक किया गया है आदि महत्वपूर्ण जानकारियां भी उपलब्ध है।
कम्प्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया के चयन समूह द्वारा उपरोक्त तमाम बिन्दुओं पर क्षेत्र परीक्षण उपरांत यह मानते हुये कि मध्यप्रदेश का स्कूल शिक्षा विभाग संपूर्ण राष्ट्र में ई-प्रशासन के क्षेत्र में सर्वोत्तम विभाग का दायित्व निभा रहा है, उसे सर्वोत्तम ई-प्रशासन विभाग के पुरस्कार हेतु चुना गया है। कम्प्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया के आगामी राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान आगामी 9 अक्टूबर को पुणे में आयोजित समारोह के दौरान मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग को इस राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा।
वर्ष 2009 हेतु मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग को सर्वोत्तम ई-प्रशासन हेतु सी.एस.आई. निहीलेंट ई-गर्वनेंस अवार्ड हेतु चयनित किया गया है। केन्द्र और राज्यों के विभागों द्वारा ई-प्रशासन के क्षेत्र में किये गये उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु यह पुरस्कार स्थापित किया गया है। पुरस्कार के चयन हेतु चयन समिति के सदस्यों द्वारा क्षेत्र भ्रमण कर तथा संबंधित विभाग द्वारा समिति के समक्ष किये गये प्रस्तुतिकरण के आधार पर सर्वोत्तम विभाग का चयन किया जाता है।
मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग ने बेहतर शैक्षिक प्रबंधन हेतु एक ऑनलाइन पोर्टल, मध्यप्रदेश शिक्षा पोर्टल तैयार किया है। स्कूल शिक्षा और आदिम जाति कल्याण विभाग के शिक्षकों की व्यावहारिक जानकारियां एवं शैक्षिक प्रबंधन से जुड़े तमाम बिन्दुओं को इस पोर्टल में उपलब्ध कराया गया है। एन.आई.सी. के सहयोग से तैयार यह वेब पोर्टल और इससे प्राप्त हो रही सुविधाएं तथा परिणाम मध्यप्रदेश के लिए प्रतिष्ठित इस पुरस्कार का मूल आधार बने हैं।
शिक्षा पोर्टल में प्रदेश की शालओं तथा उनमें कार्यरत शिक्षकों की सूची तथा दर्ज विद्यार्थियों की संख्या, स्कूल शिक्षा एवं आदिम जाति कल्याण विभाग के अमले का मासिक वेतन देयक ऑनलाईन तैयार करने की सुविधा, वेतन विवरण, शालावर नामांकन, पाठ्यपुस्तक, गणवेश, साइकिल एवं छात्रवृत्ति की जानकारी, ग्राम शिक्षा रजिस्टर की बसाहटवार संख्यात्मक जानकारी, दक्षता संवर्धन कार्यक्रम एवं मासिक परीक्षा के आधार पर शालावार, कक्षावार, शिक्षकवार व विषयवार बच्चों का उपलब्धि स्तर, खराब एवं अच्छी प्रगति वाली शालाओं से बाहर बच्चों का नामवार विवरण एवं उनके फॉओअप की जानकारी शामिल की गई है।
इसके साथ ही इसमें आवासीय, गैर आवासीय ब्रिज कोर्स इत्यादि में बच्चों को दर्ज कराने की स्थिति और अधिकारियों द्वारा किए गए शालाओं के निरीक्षण एवं फॉलोअप का विवरण, शिक्षा विभाग और आदिम जाति कल्याण विभाग के अमले का संस्थावार विवरण तथा सेवा पुस्तिका की इलेक्ट्रॉनिक जानकारी, शिक्षकों की समस्याओं व शिकायतों का पंजीकरण व उनके निराकरण की प्रगति, विशेष आवश्यकता वाले बच्चों का पंजीयन व उनके फॉलोअप की ट्रेकिंग, स्कूल शिक्षा विभाग और आदिम जाति कल्याण विभाग की विभिन्न योजनाओं से संबंधित दिशा निर्देश के साथ ही शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं के लिए लर्निंग रिसोर्स की व्यवस्था, जिसमें उनके लिए उपयोगी सी.डी. तथा उपयुक्त वेबसाइट को लिंक किया गया है आदि महत्वपूर्ण जानकारियां भी उपलब्ध है।
कम्प्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया के चयन समूह द्वारा उपरोक्त तमाम बिन्दुओं पर क्षेत्र परीक्षण उपरांत यह मानते हुये कि मध्यप्रदेश का स्कूल शिक्षा विभाग संपूर्ण राष्ट्र में ई-प्रशासन के क्षेत्र में सर्वोत्तम विभाग का दायित्व निभा रहा है, उसे सर्वोत्तम ई-प्रशासन विभाग के पुरस्कार हेतु चुना गया है। कम्प्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया के आगामी राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान आगामी 9 अक्टूबर को पुणे में आयोजित समारोह के दौरान मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग को इस राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा।
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