वर्ष 2009-18 देशभर में वैज्ञानिक साक्षरता दशक के रूप में मनाया जायेगा। यह घोषणा राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद के वरिष्ठ सलाहकार डा. अनुज सिन्हा ने आज यहां एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में की।
मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिक परिषद (मेपकास्ट) के सहयोग से आईसेक्ट द्वारा आयोजित अनुसृजन सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए डा. सिन्हा ने कहा कि वैज्ञानिक साक्षरता के लिये युवा पीढ़ी की सहभागिता आवश्यक है। इसमें पुरानी पीढ़ी उनका दिशा निर्देश करेगी। समारोह की अध्यक्षता मेपकास्ट के महानिदेशक डा. प्रमोद कुमार वर्मा ने की।
समारोह में मेपकास्ट द्वारा आयोजित अनुसृजन परियोजना के अंतर्गत आईसेक्ट द्वारा हिन्दी में विज्ञान से संबंधित विभिन्न विषयों पर आधारित के बाद उनके लेखकों को सम्मानित किया गया। इस परियोजना में विशेष सहयोग के तेरह पुस्तकों के विमोचन लिये डा. एन.के. तिवारी का भी सम्मान किया गया। समारोह में आईसेक्ट द्वारा प्रकाशित मासिक बुलेटिन सी एस सी खबर के वार्षिक विशेषांक का भी विमोचन हुआ।
सूचना प्रौद्योगिकी सचिव श्री अनुराग जैन ने समारोह में विशेष अतिथि के रूप में अपने संबोधन में कहा कि आम आदमी के जीवन को बेहतर बनाने में सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग को मध्यप्रदेश में बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार की आईटी पालिसी आम आदमी के जीवन में बदलाव लाने पर ही आधारित है। प्रदेश सरकार ने 29 सेवाओं और कार्यों को चिन्हित किया है जिसमें आम आदमी को राहत और सुविधा प्रदान की जा सकती है। इस दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है।
अपने अध्यक्षीय भाषण में डा. वर्मा ने कहा कि कम्प्यूटर साक्षरता और हिन्दी में विज्ञान लेखन-प्रकाशन के क्षेत्र में आईसेक्ट के कार्य सही दिशा में है। यह एक संस्था नहीं बल्कि आंदोलन है।
प्रारंभ में आईसेक्ट के महानिदेशक श्री संतोष चौबे ने स्वागत भाषण दिया। आईसेक्ट की परियोजना प्रबंधक सुश्री शिल्पी वार्ष्णेय ने अतिथियों को संस्था की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट किये और आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन श्री विनय उपाध्याय ने किया।
मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिक परिषद (मेपकास्ट) के सहयोग से आईसेक्ट द्वारा आयोजित अनुसृजन सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए डा. सिन्हा ने कहा कि वैज्ञानिक साक्षरता के लिये युवा पीढ़ी की सहभागिता आवश्यक है। इसमें पुरानी पीढ़ी उनका दिशा निर्देश करेगी। समारोह की अध्यक्षता मेपकास्ट के महानिदेशक डा. प्रमोद कुमार वर्मा ने की।
समारोह में मेपकास्ट द्वारा आयोजित अनुसृजन परियोजना के अंतर्गत आईसेक्ट द्वारा हिन्दी में विज्ञान से संबंधित विभिन्न विषयों पर आधारित के बाद उनके लेखकों को सम्मानित किया गया। इस परियोजना में विशेष सहयोग के तेरह पुस्तकों के विमोचन लिये डा. एन.के. तिवारी का भी सम्मान किया गया। समारोह में आईसेक्ट द्वारा प्रकाशित मासिक बुलेटिन सी एस सी खबर के वार्षिक विशेषांक का भी विमोचन हुआ।
सूचना प्रौद्योगिकी सचिव श्री अनुराग जैन ने समारोह में विशेष अतिथि के रूप में अपने संबोधन में कहा कि आम आदमी के जीवन को बेहतर बनाने में सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग को मध्यप्रदेश में बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार की आईटी पालिसी आम आदमी के जीवन में बदलाव लाने पर ही आधारित है। प्रदेश सरकार ने 29 सेवाओं और कार्यों को चिन्हित किया है जिसमें आम आदमी को राहत और सुविधा प्रदान की जा सकती है। इस दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है।
अपने अध्यक्षीय भाषण में डा. वर्मा ने कहा कि कम्प्यूटर साक्षरता और हिन्दी में विज्ञान लेखन-प्रकाशन के क्षेत्र में आईसेक्ट के कार्य सही दिशा में है। यह एक संस्था नहीं बल्कि आंदोलन है।
प्रारंभ में आईसेक्ट के महानिदेशक श्री संतोष चौबे ने स्वागत भाषण दिया। आईसेक्ट की परियोजना प्रबंधक सुश्री शिल्पी वार्ष्णेय ने अतिथियों को संस्था की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट किये और आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन श्री विनय उपाध्याय ने किया।
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