केन्द्रीय केबिनेट दल ने मप्र के सबसे पुराने विश्विद्यालय डॉ० हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
केन्द्र सरकार ने आज भारत के 12 राज्यों मे एक एक केन्द्रीय विद्यालय स्थापित करने व 4 राज्यों मे पहले से विद्यमान विश्वविद्यालयों को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने की प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस सिलसिले मे केन्द्र सरकार संसद के आगामी सत्र मे केन्द्रीय विश्वविद्यालय विधेयक 2008 पेश करेगी।
केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक एक दर्जन नए केन्द्रीय विश्व विद्यालय -बिहार, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू काश्मीर, झारखण्ड, कर्नाटक, केरल, ओड़ीसा, पंजाब, राजस्थान व तमिलनाडू राज्यों मे स्थापित किए जाएंगें।
इसके अलावा केबिनेट ने मप्र के सागर मे स्थित डॉ० हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ के बिलासपुर मे स्थित गुंरू घासीदास विश्वविद्यालय, उत्तराखण्ड की हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल यूनिवर्सिटी व गोवा की गोवा यूनिवर्सिटी को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने को भी मंजूरी दे दी है।
केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक एक दर्जन नए केन्द्रीय विश्व विद्यालय -बिहार, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू काश्मीर, झारखण्ड, कर्नाटक, केरल, ओड़ीसा, पंजाब, राजस्थान व तमिलनाडू राज्यों मे स्थापित किए जाएंगें।
इसके अलावा केबिनेट ने मप्र के सागर मे स्थित डॉ० हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ के बिलासपुर मे स्थित गुंरू घासीदास विश्वविद्यालय, उत्तराखण्ड की हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल यूनिवर्सिटी व गोवा की गोवा यूनिवर्सिटी को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने को भी मंजूरी दे दी है।
1 comments:
मुझे ये सुनकर काफी प्रसन्नता हुई |
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