मप्र सरकार ने बुधवार को प्रदेश की नई युवा नीति की घोषणा कर दी है। जिसके तहत कम से कम 15 और अधिकतम 35 साल के व्यक्ति ही युवा माने जाएंगें। युवा नीति मे रोजगार मुहैया कराने वाली शिक्षा पर जोर देने व देश के रोजगार कार्यालयों मे पंजीबद्ध 20 लाख बेरोजगार की संख्या के मद्देनजर सरकार ने हर साल एक लाख युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य भी रखा गया है।
नई युवा नीति के तहत जिला रोजगार केन्द्र सरकारी और निजी क्षेत्र मे प्लेसमेंट कराने, आठवीं तक प्ररांभिक शिक्षा देने के बाद नवमी से बारहवीं तक युवा को उसकी रूचि के मुताबिक रोजगार मूलक पाठ्यक्रम मे प्रवेश देने व इनमे बढ़ई, प्लंबर, लुहार, कृषि कार्य डीटीपी प्रबंधन आदि को भी पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने पर भी जोर दिया गया है।
इसके अलावा खेल के क्षेत्र मे अपना भविष्य बनाने वाले 9वीं से 12वीं तक की पढ़ाई मे खिलाड़ियों को तवज्जो मिलेगी। इसके अलावा बड़े अस्पतालों मे किशोरवय क्लीनिक खोलकर नशे, यौन रोगों, और एड्स के बारे मे परामर्श देने की व्यवस्था की जाएगी। प्रदेश सरकार द्वारा नई युवा नीति पर अमल के लिए राज्य स्तरीय कोष का निर्माण किय जाएगा। साथ ही एनजीओ , निकाओं और स्स्थाओं को अच्छे काम के लिए पुरस्कृत किया जाएगा।
नई युवा नीति के तहत जिला रोजगार केन्द्र सरकारी और निजी क्षेत्र मे प्लेसमेंट कराने, आठवीं तक प्ररांभिक शिक्षा देने के बाद नवमी से बारहवीं तक युवा को उसकी रूचि के मुताबिक रोजगार मूलक पाठ्यक्रम मे प्रवेश देने व इनमे बढ़ई, प्लंबर, लुहार, कृषि कार्य डीटीपी प्रबंधन आदि को भी पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने पर भी जोर दिया गया है।
इसके अलावा खेल के क्षेत्र मे अपना भविष्य बनाने वाले 9वीं से 12वीं तक की पढ़ाई मे खिलाड़ियों को तवज्जो मिलेगी। इसके अलावा बड़े अस्पतालों मे किशोरवय क्लीनिक खोलकर नशे, यौन रोगों, और एड्स के बारे मे परामर्श देने की व्यवस्था की जाएगी। प्रदेश सरकार द्वारा नई युवा नीति पर अमल के लिए राज्य स्तरीय कोष का निर्माण किय जाएगा। साथ ही एनजीओ , निकाओं और स्स्थाओं को अच्छे काम के लिए पुरस्कृत किया जाएगा।
1 comments:
आप का लेख बहुत ही अच्छा लगा अगर मप्र सरकार अपनी नई युवा नीति पर सही काम करे तो बेरोजगरी की समस्या काफ़ी हद तक सुधर सकती हे , अगर यह स्कीम सिर्फ़ कागजो पर ही हे तो ...
धन्यवाद अच्छी जानकारी के लिये
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