मप्र के पहले केन्द्रीय विश्वविद्यालय बने सागर के डॉ० हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के पहले कुलपति के रूप मे शुक्रवार को सुबह प्रो० एनएस गजभिए ने अपना कार्यभार संभाल लिया है। सागर विवि का कुलपति बनने से पहले श्री गजभिए उप्र के गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति के पद पर पदस्थ थे।
सागर विवि के जनसंपर्क अधिकारी प्रो० अखिलेशवर प्रसाद दुबे के मुताबिक नवनियुक्त कुलपति गुरूवार देर रात सड़क मार्ग से सागर पहुंचे। विवि के अतिथि गृह मे शिक्षकों द्वारा उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस अवसर पर विवि के कुलाधिसचिव प्रो० केएस पित्रे, प्रो० एनके जैन, संचालक दूरस्थ शिक्षा, प्रो० आरेके त्रिवेदी अधिष्ठाता तकनीकी संकाय, प्रो० एके अवस्थी अधिष्ठाता कला संकाय, प्रो० पीके राय अधिष्ठाता समाज विज्ञान संकाय सहित अन्य शिक्षकगण भी मौजूद थे।
कुलपति श्री गजभिए ने शुक्रवार को सुबह सबसे पहले सागर विश्वविद्यालय कें संस्थापक डॉ० हरिसिंह गौर की प्रतिमा पर माल्यापर्ण करने के बाद डॉ० गौर व पं० रविशंकर शुक्ल की समाधियों पर पुष्पांजली अर्पित की।
मुख्य प्रशासनिक भवन मे आयोजित एक गरिमामय आयोजन मे श्रीगजभिए ने निवृतमान कुलपति प्रो० राजेन्द्र अग्रवाल से कुलपति पद का विधिवित कार्यभार ग्रहण किया। इस अवसर पर उन्होने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कहा कि शैक्षणिक गुणवत्ता व विकास उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी।
डॉ० हरिसिंह गौर केन्द्रीय विश्वविद्यालय के पहले कुलपति के रूप मे श्री गजभिए ने इस मौके पर विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, अधिकारियों व कर्मचारियों से सौजन्य भेंट की व बधाईंयां स्वीकार कीं।
सागर विवि के जनसंपर्क अधिकारी प्रो० अखिलेशवर प्रसाद दुबे के मुताबिक नवनियुक्त कुलपति गुरूवार देर रात सड़क मार्ग से सागर पहुंचे। विवि के अतिथि गृह मे शिक्षकों द्वारा उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस अवसर पर विवि के कुलाधिसचिव प्रो० केएस पित्रे, प्रो० एनके जैन, संचालक दूरस्थ शिक्षा, प्रो० आरेके त्रिवेदी अधिष्ठाता तकनीकी संकाय, प्रो० एके अवस्थी अधिष्ठाता कला संकाय, प्रो० पीके राय अधिष्ठाता समाज विज्ञान संकाय सहित अन्य शिक्षकगण भी मौजूद थे।
कुलपति श्री गजभिए ने शुक्रवार को सुबह सबसे पहले सागर विश्वविद्यालय कें संस्थापक डॉ० हरिसिंह गौर की प्रतिमा पर माल्यापर्ण करने के बाद डॉ० गौर व पं० रविशंकर शुक्ल की समाधियों पर पुष्पांजली अर्पित की।
मुख्य प्रशासनिक भवन मे आयोजित एक गरिमामय आयोजन मे श्रीगजभिए ने निवृतमान कुलपति प्रो० राजेन्द्र अग्रवाल से कुलपति पद का विधिवित कार्यभार ग्रहण किया। इस अवसर पर उन्होने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कहा कि शैक्षणिक गुणवत्ता व विकास उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी।
डॉ० हरिसिंह गौर केन्द्रीय विश्वविद्यालय के पहले कुलपति के रूप मे श्री गजभिए ने इस मौके पर विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, अधिकारियों व कर्मचारियों से सौजन्य भेंट की व बधाईंयां स्वीकार कीं।
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