मप्र के सबसे पुराने विश्वविद्यालय डॉ० हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय में 11वीं पंचवर्षीय योजना को लेकर चल रहीं तैयारियां अपने अंतिम दौर मे पहुंच गईं हैं। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से आने वाले दल के समक्ष विवि के विभागों द्वारा जानकारी पेश किए जाने के तौर-तरीकों पर रविवार को एक रिहर्सल किया गया। सभी संकाध्यक्षों ने इस पूर्वाभ्यास को संतोषजनक पाया।
यूजीसी की टीम के दौरे के सिलसिले मे विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी प्रो० अखिलेश्वर दुबे ने बताया कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की सात सदस्यीय 16 फरवरी को सागर आ रही है। इस निरीक्षण समिति के संयोजक चण्डीगढ़ के पंजाब विश्वविद्यालय के प्रो० आरसी सोबती है। जबकि अन्य सदस्यों के रूप में अमृतसर के गुंरूनानक विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग के प्रो० आरके बेदी, कलकत्ता विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के प्रो० जीपी चतुर्वेदी, उच्च न्यायालय आंध्र प्रदेश के के न्यायाधीश प्रख्यात विधिविद् व शिक्षाशास्त्री प्रो० बी वेंकटेश्वर राव, हैदराबार के उस्मानिया विश्वविद्यालय के राजनीति शास्त्र विभाग के सेवानिवृत प्रो० मधुसूदन रेड्डी आ रहे हैं।
श्री दुबे ने में मुताबिक समिति के साथ आ रहे उच्च शिक्षा अनुदान आयोग, नई दिल्ली के उपसचिव एस गिलानी, वीसी जोशी और आरके सैनी सोमवार को सुबह 9: 45 पर सागर विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉ० हरिसिंह गौर की समाधि पर पुष्पांजलि देने के बाद विश्वविद्यालय के विभागागों के निरीक्षण पर निकलेगें।
निरीक्षण दल के सहयोग के लिए सागर विश्वविद्यालय के प्रो० एके कण्डया, प्रो० एसके शुक्ला, प्रो० जेडी शर्मा, प्रो० पीके कठल और देवाशीष पूरे समय साथ रहेगें। गौरतलब है कि सागर दौर पर आ रही यूजीसी की टीम की अनुशंसा के आधार पर ही विवि को अगले पांच वर्षों के लिए अनुदान प्राप्त होगा।
श्री दुबे ने में मुताबिक समिति के साथ आ रहे उच्च शिक्षा अनुदान आयोग, नई दिल्ली के उपसचिव एस गिलानी, वीसी जोशी और आरके सैनी सोमवार को सुबह 9: 45 पर सागर विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉ० हरिसिंह गौर की समाधि पर पुष्पांजलि देने के बाद विश्वविद्यालय के विभागागों के निरीक्षण पर निकलेगें।
निरीक्षण दल के सहयोग के लिए सागर विश्वविद्यालय के प्रो० एके कण्डया, प्रो० एसके शुक्ला, प्रो० जेडी शर्मा, प्रो० पीके कठल और देवाशीष पूरे समय साथ रहेगें। गौरतलब है कि सागर दौर पर आ रही यूजीसी की टीम की अनुशंसा के आधार पर ही विवि को अगले पांच वर्षों के लिए अनुदान प्राप्त होगा।
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